"बिना सीमेंट के बनाया गया ताजमहल "
आप लोग सोच रहे होंगे बिना सीमेंट के ताजमहल कैसे बना है। आज कल कितने स्ट्रांग स्ट्रांग बिल्डिंग सब सीमेंट से बनी होती है। पर ताजमहल अल्ट्रा स्ट्रांग है इतने सालो से खड़ा हुआ कितना भी भूकंप आ जाये तो कुछ नहीं होगा।
- ये तो आपको पता है की ताजमहल अपने खुब्शूरती के लिए कितना फेमस है। लोग दूर दूर से इस खूबशूरत इमारत को देखने के लिए लाखो की संख्या में आते है।
- क्या आपके मन में कभी ख्याल आया है है. की इतनी बड़ी इमारत इतनी मजबूत कैसे खडी है।
- किया है, इसका सच।
पहले के जमाने में सीमेंट नहीं था। तो कैसे बन गया।
आपको इसके बारे में तो पता ही होगा की कैसे अपनी Queen के लिए ये monument खड़ा किया था
ताजमहल भारतीय शहर आगरा में यमुना नदी के दक्षिण तट पर एक हाथीदांत-सफेद संगमरमर का मकबरा है। इसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां (1628 से 1658 तक शासन किया गया) द्वारा अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज महल की मकबरे के लिए शुरू किया गया था। ... ताजमहल सालाना 7-8 मिलियन आगंतुकों को आकर्षित करता है।(The Taj Mahal attracts 7-8 million visitors annually.)
ताजमहल कॉम्प्लेक्स 1653 में लगभग 32 मिलियन रूपये होने के अनुमानित लागत पर पूरी तरह से पूरा हो चुका है, जो 2015 में लगभग 52.8 बिलियन रुपये (यूएस $ 827 मिलियन) होगा।
- सबसे बड़ा सबल ये है, की ये बिना सीमेंट के कैसे बना।
- सीमेंट का अविष्कार 1824 me JOSEPH ASPDIN नमक एक इंटेलीजेंट इंसान ने किया थाजो की इंग्लैंड के रहने बाले थे।
- 1811 में ये सीमेंट बनाने के एक्सपेरिमेंट में लग गए थे , 1824 में ये सीमेंट बना दिए थे ये world के पहले व्यक्ति थे जिन्हीने सबसे पहले सीमेंट बनाया था। और 1824 की बात यहाँ हो गयी और ताजमहल का कंस्ट्रक्सन चालू हुआ था 1631 से लेकर 1648 तक लेकिन बिना सीमेंट के ही ताज महल खड़ा हो गए था। जिसे आज तक एक खरोच भी नहीं आयी। इसके पीछे का रीसन था। तव उस समय आर्टिटेक्ट से खास तरह का पेस्ट को इस्तमाल करते थे। जब बहुत अजीब अजीब चीजे होती थी। और ताज महल के पत्थरों की बात करे तो जब कंस्ट्रक्शन ने बहुत सरे सेनिरिसियस स्टोन।
- जैसे की AQEEQ , YEMENITE, FIROZA , LAJWARD, MONGA , SULAMANI , TAMRA , जैसे भी इस्माल होते थे बहुत ही REAR स्टोन थे। और कुछ कुछ अल्ट्रा रियर स्टोन काम में लिए गए थे। जिसे पता नहीं शाहजहाँ ने पता नहीं कैसे अरेंज किया बो कहाँ से लाये ते सब और कहाँ से FIND किये बो अभी तक नहीं पता। बहुत ही कबीले तारीफ था उसी से ही इतनी बड़ी ईमारत खड़ी हो पाई। और समेंटे के बादमे जो पेस्ट लगाया गया
- उसमे गुड़, बतासा , बिलगिरी का पानी ये सब बहुत सारी चीज़ दाल कर बांया गया दाल ,दही,कंकड़ और भी बहुत कुछ इस्तमाल होता था इसको मिक्स करके पेस्ट त्यार किया जाता था और पत्थरो को आपस में चिपका दिया जाता था। ये सीमेंट जितना स्ट्रांग होता था.


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